भाग्य का खेलं( भाग 2)
अनामिका समय से पहले ही स्कूल में पहुँच गयी। अनामिका अपने साथ सभी शैक्षणिक योग्यता के प्रणापत्र अपने साथ लाई थी।
अनामिका ने एक पेपर पर एक ऐप्लीकेशन लिखकर दी। मैनेजर सक्सैनाजी से उसकी पहले ही बात होगयी थी। समय पर उसको अन्दर बुलाया गया और मैनेजर सक्सैनाजी ने पूछा कि तुम यहाँ तक कैसे पहुँची तुम्हारा घर कहाँ है?
अनामिका एकबार बहुत ही इमोशनल होगयी और बोली ," सर मेरा घर है भी और नही भी। "
सक्सैनाजी ने पुनः पूछा," यह कैसी बात है कि घर है भी और नही भी?"
आपकी अनामिका अपने आँसू रोकती हुई बोली," सर मेरी कहनीकुछ इस तरह है।
अनामिका ने अपनी कहानी उनको बताना शुरू की।
राम अवतार अपने माता पिता की इकलौती सन्तान थे जिससे उनका पालन पोषण राजा महाराजाऔ की तरह हुआ था। उनके घर किसी प्रकार की कमी नहीं थी। राम अवतार की शादी भी एक प्रतिष्ठित परिवार से हुई थी।
राम अवतार की भी इकलौती बेटी थी जिसका नाम अनामिका था। अनामिका जब चार पाँच बर्ष की रही होगी उसी समय अचानक राम अवतार की पत्नी का स्वर्गवास होगया। अब राम अवतार को अनामिका की केयर करने में बहुत परेशानी हो रही थी।
राम अवतार को रिश्तेदारौ ने समझाया कि आप अपनी दूसरी शादी क्यौ नहीं करलेते जिससे आपकी बेटी को माँ मिलजायेगी और आपको पत्नी मिलजायेगी।
राम अवतार दूसरी शादी करने से डर रहे थे कि न जाने दूसरी पत्नी कैसी होगी वह अनामिका की केयर कर सकेगी अथवा नहीं। राम अवतार ने शादी तो करली लेकिन वही हुआ जिसका उनको डर था।
बैसे भी कहते है कि मनुष्य की जिन्दिगी में जो होना होता है उसको उस घटना का आभास पहले होजाता है ।राम अवतार की बेटी के साथ भी वही हुआ।
राम अवतार रोज रोज की बातौ से तंग आ चुके थे कभी कभी तो उनका मन इस जिन्दिगी से छुटकारा पाने को करता था।और वह सोचते थे कि मै आत्महत्या करलूँ। परन्तु अनामिका का ध्यान आते ही वह यह सब नहीं करपाते थे।
राम अवतार की दूसरी पत्नी का नाम पल्लवी था। पल्लवी ने राम अवतार की सभी बस्तुऔ पर अपना अधिकार कर लिया था।पल्लवी की मर्जी के बिना घर में कोई कुछ नहीं कर सकता था।
यहाँ तककि राम अवतार के बैंक खातौ के पासबर्डभी पल्लवी ही की कस्टडी में थे। वह दौनौ बाप बेटी को अपनी उँगली पर नचाती थी।
अनामिका ने किसी तरह बी एस सी पास करली थी अब वह आगे M C A करना चाहती थी परन्तु पल्लवी ने साफ शब्दौ में मना कर दिया।
पल्लवी अब अनामिका की शादी ऐसी जगह करना चाहती थी जहाँ कुछ खर्चा न हो। इसके लिए उसने एक लड़का भी देखकर राम अवतार पर शादी का दबाब बनाने लगी। जब इसकी खबर अनामिका को चली तो उसने यह घर छोड़कर अपनी सहेली के पास जाने का प्रोग्राम बना डाला।
अनामिका ने इसकी खबर किसी को नही लगने दी। और उसने अपने पापा को बहाना कर दिया कि वह अपनी सहेली की शादी में जारही है इस तरह वह अपने घर से भाग आई।
इस तरह बीच में रेलगाडी़ रुकजाने के कारण वह यहाँ तक पहुँची है।
Abhinav ji
27-Apr-2022 12:11 AM
Very nice👍
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Art&culture
18-Apr-2022 10:03 PM
Kahani bahut achcha likha h aapne
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Naresh Sharma "Pachauri"
19-Apr-2022 11:20 AM
धन्यवादजी
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Gunjan Kamal
18-Apr-2022 05:06 PM
शानदार भाग
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Naresh Sharma "Pachauri"
18-Apr-2022 05:48 PM
धन्यवादजी
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